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Advertisement Imp. Pattern Class-10 NCERT (विज्ञापन लेखन.. कोर्स ‘ब’)

                                                                                       विज्ञापन लेखन * कक्षा १० वीं के पाठ्यक्रम में ‘विज्ञापन लेखन’ का समावेश किया गया है। ‘विज्ञापन लेखन’ परीक्षा में तीन अंकों  के लिए दिया  जाएगा।  * विज्ञापन लेखन पाठ्यक्रम में देने का उद्देश्य है कि छात्रों में विज्ञापन शैली का विकास करना है। ताकि छात्र अपनी निजी जिंदगी में अपने व्यवसाय तथा कार्यक्षेत्र में इसका उपयोग करें तथा सफ़ल हो जाए। * विज्ञापन लेखन आकर्षक होना चाहिए। * विज्ञापन में वस्तुओं के गुण और महत्व पर बल दिया जाता है। * इसमें आकर्षक भाषा का प्रयोग करना है, जिससे पाठक और दर्शक का ध्यान आकर्षित हो। * इसमें विषय के अनुसार रंगीन चित्रों का उपयोग करना आवश्यक है।  * ‘विज्ञापन लेखन’ लेखन अच्छा होने तथा परीक्षा में पूरे अं...

Suchana Lekhan NCERT Class-10 (सूचना लेखन कक्षा - १० )

 सूचना लेखन * ‘सूचना लेखन’ पाठ का कक्षा १० वीं के हिंदी कोर्स -ब के पाठ्यक्रम में समावेश किया गया है।  * सूचना लेखन करते समय पूरे अंक लेने के लिए निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना आवश्यक है- १. सूचना लेखन करते समय सबसे पहले चौकोन आकार का बॉक्स बनाएँ। २. सबसे उपर बॉक्स के मध्य में सूचना का शीर्षक लिखें। ३. सूचना जिस संस्था द्वारा दी जा रही है, उसका पहले उपर नाम लिखें। जैसे-  विद्यालय, सोसाइटी, संस्था आदि। ४. उसकी नीचली पंक्ति के मध्य में ‘सूचना’ लिखें। ५. सूचना लिखने के बाद दाईने बाजू में दिनांक लिखें। दिनांक लिखते समय महीना हिन्दी में लिखें। सूचना लिखने की दिनांक और कार्यक्रम की दिनांक में कम से कम एक सप्ताह का अंतर रखें। कोई घटना पहले घटी है, तो  सूचना लिखने की दिनांक से पहले एक सप्ताह की दिनांक विषयवस्तु में लिखें।  ६.  सूचना लेखन की विषयवस्तु लिखते समय दिवस, दिनांक, समय, स्थल और विषय का उल्लेख करना आवश्यक है। सूचना की विषयवस्तु दो अनुच्छेदों में लिखें। विषय को बड़े अक्षरों में लिखें। ७. विषयवस्तु के बाद अंत में आपका पद और नाम लिखिए।  ८. सूचना के दो प्रा...

E-mail Lekhan NCERT Class-10 ( ई-मेल लेखन .. कक्षा १०)

  औपचारिक ई-मेल लेखन ई-मेल लेखन आज हर एक के जीवन में महत्वपूर्ण माना जाता है। इसलिए  कक्षा १० वीं सीबीएसई के पाठ्यक्रम में ई-मेल लेखन का समावेश किया गया है।  * परीक्षा के दृष्टिकोण से ई-मेल लेखन करते समय निम्नलिखित बिंदू ध्यान में रखने जरुरी हैं-  १. ई-मेल लेखन करते समय प्रेषक (From) की ई-मेल आई.डी. लिखना आवश्यक होती है। २. ई-मेल लेखन करते समय प्रेषक के नीचे प्रति (To) की ई-मेल आई.डी. लिखनी आवश्यक होती हैं। ३. प्रति के नीचे प्रतिलिपि (C.C.) ई-मेल आई.डी. जरुरत के अनुसार लिखनी आवश्यक है। ४. प्रतिलिपि के नीचे गोपनीय प्रतिलिपि (B.C.C.) की जरुरत के अनुसार ई-मेल आई.डी. लिखनी पड़ती है। ५. ई-मेल लेखन में बी.सी.सी. (B.C.C.) के नीचे विषय लिखना आवश्यक होता है। ६. विषय के नीचे प्रति (To) के लिए प्रयुक्त किए जा रहे संबोधन को लिखना आवश्यक होता है। जैसे- महोदय ७. संबोधन के नीचे से विषयवस्तु (Content) का प्रारंभ करना है। विषयवस्तु दो अनुच्छेद में लिखें। ८. विषयवस्तु के बाद धन्यवाद लिखकर भवदीय लिखें। ९. ई-मेल लेखन के अंत में प्रेषक (From) का नाम लिखें। ई-मेल लेखन का प्रारुप -  Fr...

Smriti Sanchayan Class 9 NCERT Q/A (स्मृति.. संचयन प्रश्नोंत्तर )

 स्मृति                                श्रीराम शर्मा बोध-प्रश्न १. भाई के बुलाने पर घर लौटते समय लेखक के मन में किस बात का डर था? उत्तर- भाई के बुलाने पर घर लौटते समय लेखक के मन में ड़र था क्योंकि उसके मन में बड़े भाई साहब के प्रति ड़र की भावना बनी रहती थी। जब गाँव का एक व्यक्ति उसको भाई द्वारा घर जल्दी बुलाने की बात करता है, उस वक्त वह सोच रहा था कि उसने ऐसा कौन-सा अपराध किया था कि उसको बड़े भाई ने जल्दी आने के लिए कहा। छोटे भाई को सर्दी के दिनों में घर से बाहर लेकर गया इसलिए शायद गुस्से में आकर डाँटने के लिए बुलाया होगा।   २. मक्खनपुर पढ़ने जाने वाली बच्चों की टोली रास्ते में पड़ने वाले कुएँ में ढ़ेला क्यों फ़ेंकती थी? उत्तर-  मक्खनपुर पढ़ने जाने वाली बच्चों की टोली रास्ते में पड़ने वाले कुएँ में ढेला फ़ेंकती थी क्योंकि उस कुएँ में साँप गिर पड़ा था, बच्चों को उस साँप पर ढेला फ़ेंककर उसकी फ़ुसकार सुनने की इच्छा होती थी। बच्चों को ढ़ेला फ़ेंककर साँप की फ़ुसकार सुनना बड़ा काम करने के बराबर लगता था। स्कूल आते-जात...

Kabeer Ki Sakhiya NCERT Class-8 Summery & Q/A (कबीर की साखियाँ ...भावार्थ और प्रश्नोंत्तर)

 कबीर की साखियाँ                                                                                      कबीर का जीवन परिचय - * कबीर का जन्म काशी में १३९८ में हुआ। * कबीर भक्तिकाल की निर्गुण भक्तिधारा के संत कवि थे। * कबीर निर्गुण राम की भक्ति करते थे। * कबीर के गुरु का नाम रामानंद था। * कबीर का जन्म विधवा ब्राह्मणी के पेट से हुआ था। * विधवा ब्राह्मणी ने कबीर को लहरतारा तालाब की सीढ़ियों पर लोकलाज के कारण छोड़ दिया।  * कबीर का पालन-पोषण नीरु और नीमा ने किया। * कबीर अनपढ़ थे। उनके विचारों को उनके शिष्यों ने लिखा। * कबीर की भाषा को पंचमेल खिचड़ी तथा सधुक्कड़ी भी कहते हैं। * कबीर को वाणी का डिक्टेटर भी कहते हैं। * कबीर की मृत्यु १५१८ में मगहर हुई। कबीर की साखियाँ और भावार्थ -  १) जाति न पूछो साध की, पूछ लीजिए ज्ञान।     मो...

Vaigyaanik Chetana...Raman NCERT Class- 9 Question/Answer (वैज्ञानिक चेतना के वाहक ... रामन प्रश्नोंत्तर)

                           वैज्ञानिक चेतना के वाहक: चंद्रशेखर वेंकट रामन                                                                   धीरंजन मालवे प्रश्न-अभ्यास मौखिक * निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए- १. रामन भावुक प्रकृति प्रेमी के अलावा और क्या थे? उत्तर- रामन भावुक प्रकृति प्रेमी के अलावा एक जिज्ञासु प्रवृत्ति के व्यक्ति थे। २. समुद्र को देखकर रामन के मन में कौन-सी दो जिज्ञासाएँ उठीं?   उत्तर - समुद्र के पानी को देखकर रामन के मन में दो जिज्ञासाएँ उठीं कि “आखिर समुद्र का रंग नीला ही क्यों होता है? कुछ और क्यों नहीं ?” इन दो सवालों के जवाब ढूँढ़ने पर वे विश्वविख्यात बन गए। ३.  रामन के पिता ने उनमें किन विषयों की नींव डाली?    उत्तर - रामन के पिता ने...

Kya Nirash Huaa Jaye..NCERT Class- 8 Question/Answer ( क्या निराश हुआ जाए...प्रश्नोंत्तर)

 क्या निराश हुआ जाए                                                                                     हजारी प्रसाद द्विवेदी प्रश्न-अभ्यास  १. लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है फ़िर भी वह निराश नहीं है। आपके विचार से इस बात का क्या कारण हो सकता है? उत्तर- लेखक ने पाठ में बताया है कि लोगों ने समय-समय पर उन्हें भी ठगा तथा धोखा दिया है। लेकिन लेखक निराश नहीं हैं। लेखक का मानना है कि समाज में ऐसी कुछ बाते हैं जो हमें निराश कर सकती हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि ईमानदारी तथा अच्छाई पूरी तरह खत्म हो गई है। धोखेबाज़ी या ठगी बातों के बारे में अगर हम अधिक सोचते रहेंगे तो हमारे मन में ईमानदारी के प्रति संदेह होगा। समाज में ऐसी भी बहुत-सी बातें हैं, जिन्हें हम देखकर यह सोच सकते हैं कि ईमानदारी तथा सच्चाई आज भी ...

Pad Bandh Grammer Class-10 NCERT (पदबंध व्याकरण Tricky Notes)

 पदबंध * शब्द जब वाक्य में प्रयुक्त होता है तब पद बन जाता है।  * दो या दो से अधिक शब्दों के सार्थक समूह को पद कहते हैं।  * पद जब एक बंधन में बंध जाते जाते हैं तब पदबंध बन जाते हैं। * पदों के समूह को पदबंध कह सकते हैं। ( उपर्युक्त पद या पदबंध की परिभाषाओं से एक ही बात समझ आती है कि एक या एक से अधिक पद (वाक्यांश) एक-दूसरे से संबंधित होकर अर्थ देते हैं। जैसे- संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया और क्रियाविशेषण इन पदों से मिलकर पदबंध बनता है।) नोट- परीक्षा में पदबंध पर पूछे गए प्रश्नों से हमें अधोरेखित किए वाक्यांश से संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया तथा क्रिया-विशेषण को पहचानना होता है, वही पदबंध होता है।  पदबंध के भेद - १. संज्ञा पदबंध २. सर्वनाम पदबंध ३. विशेषण पदबंध ४. क्रिया पदबंध ५. क्रिया-विशेषण पदबंध १. संज्ञा पदबंध - संज्ञा शब्द के स्थान पर प्रयुक्त किया गया पद-समूह, संज्ञा पदबंध कहलाता है।  संज्ञा पदबंध पहचान -   * अधोरेखित शब्दों का अंतिम शब्द अगर संज्ञा होता है, तो उसे संज्ञा पदबंध कह सकते हैं।    संज्ञा के भेदों के अनुसार ये शब्द हो सकते ...

Patajhar Me Tuti Pattiyan 10 NCERT (पतझर में टूटी पत्तियाँ प्रश्नोंत्तर)

  पतझर में टूटी पत्तियाँ १.गिन्नी का सोना    २. झेन की देन                                                                                      रवींद्र केलेकर लेखक परिचय -           * रवींद्र केलेकर जी का जन्म ७ मार्च, १९२५ को कोंकण क्षेत्र में हुआ।          * लेखक कोंकणी व मराठी में लिखते थे।          * गोवा मुक्ति आंदोलन में हिस्सा लिया था।          * प्रमुख रचनाएँ- जापान जसा दिसला, कोंकणीचें राजकरण, उजवाढाचे सूर, ओथांबे।         * गोवा कला अकादमी से सम्मानित         * मृत्यु- २०१० में हुई। अभ्यास-प्रश्न - मौखिक - ।) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए। ...

Ab Kahan Dusare .... Dukhi Honewale Class- 10 NCERT Summary Q/A (अब कहाँ दूसरे के दुख..... दुखी होने वाले)

अब कहाँ दूसरे के दु:ख से दुखी होने वाले                                                                                                      नि दा फ़ाजली पाठ्यपुस्तक अभ्यास-प्रश्न -  मौखिक निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए। १. बड़े-बड़े बिल्डर समुद्र को पीछे क्यों धकेल रहे थे? उत्तर- बड़े-बड़े बिल्डर समुद्र की जमीन को हथियाने और उस पर बड़ी-बड़ी इमारतें निर्माण करने के लिए पीछे धकेल रहे थे। २. लेखक का घर किस शहर में था? उत्तर- लेखक के बचपन में उनका घर ग्वालियर में था और बाद में लेखक अपनी पत्नी के साथ वर्सोवा में रहने लगे।  ३. जीवन कैसे घरों में सिमटने लगा है? उत्तर - शहरों में मनुष्य का जीवन छोटे-छोटे डिब्बों जैसे घरों में सिमटने लगा है। ४. कबूतर परेशानी में इधर-उधर क्यों  फ़ड़फ़ड़ा ...

Tum kab Jaoge Atithi class-9 NCERT Q&A (तुम कब..... अतिथि प्रश्नोंत्तर)

  तुम कब जाओगे, अतिथि                                                                 शरद जोशी प्रश्न-अभ्यास मौखिक निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए। १. अतिथि कितने दिनों से लेखक के घर पर रह रहा है? उत्तर- अतिथि लेखक के घर चार दिनों से र ह रहा है। २. कैलेंडर की तारीखें किस तरह फ़ड़फ़ड़ा रही थी? उत्तर- कैलेंडर की तारीखें अपनी सीमा में नम्रता से फ़डफ़डा रही थी।  ३. पति-पत्नी ने मेहमान का स्वागत कैसे किया? उत्तर- पति ने स्नेह भरी मुस्कुराहट के साथ गले लगाते हुए, तो पत्नी ने सादर नमस्ते कहते हुए स्वागत किया। ४.  दोपहर के भोजन को कौन-सी गरीमा प्रदान की गई? उत्तर- दोपहर के भोजन को लंच की गरीमा प्रदान की गई।   ५. तीसरे दिन अतिथि ने क्या कहा? उत्तर- तीसरे दिन अतिथि ने कपड़े धोबी को धोने के लिए देने की बात कही। ६. सत्कार की ऊष्मा समाप्त होने पर क्या हुआ? उत्तर - अतिथि ...

Topi Shukla Ques/Ans Class - 10 NCERT (टोपी शुक्ला सरल प्रश्नोंत्तर)

टोपी शुक्ला                                                    राही मासूम रज़ा पाठ्यपुस्तक के प्रश्नोंत्तर १. इफ़्फ़न टोपी शुक्ला की कहानी का महत्वपूर्ण हिस्सा किस तरह से है? उत्तर- इफ़्फ़न टोपी शुक्ला इस कहानी का महत्वपूर्ण हिस्सा है क्योंकि इफ़्फ़न और टोपी शुक्ला दोनों गहरे दोस्त थे। दोनों एक-दूसरे के बिना अधूरे थे। इफ़्फ़न के बिना टोपी की कहानी अधूरी है। टोपी को अच्छी तरह से समझना है तो टोपी को जानना बहुत ही जरुरी है।  २. इफ़्फ़न की दादी अपने पीहर क्यों जाना चाहती थीं? उत्तर- इफ़्फ़न की दादी पीहर जाना चाहती थीं क्योंकि ससुराल में उन खुशियों को वह प्राप्त नहीं करती जो पीहर में मिलती थी। इफ़्फ़न की दादी एक जमीनदार की बेटी थी। उसके पिताजी के घर उसे वह हर चीज़ मिलती जो वह चाहती। जैसे- दूध, घी, मक्खन, फ़ल आदि। पति एक मौलवी होने के कारण उन सभी चीजों से उसे वंचित रहना पड़ता जो बचपन में मिलती थी।   ३. इफ़्फ़न की दादी अपने बेटे की शादी में गाने-...