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Ab Kahan Dusare .... Dukhi Honewale Class- 10 NCERT Summary Q/A (अब कहाँ दूसरे के दुख..... दुखी होने वाले)

अब कहाँ दूसरे के दु:ख से दुखी होने वाले

                                                                                       निदा फ़ाजली

पाठ्यपुस्तक अभ्यास-प्रश्न - 

मौखिक

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए।

१. बड़े-बड़े बिल्डर समुद्र को पीछे क्यों धकेल रहे थे?

उत्तर- बड़े-बड़े बिल्डर समुद्र की जमीन को हथियाने और उस पर बड़ी-बड़ी इमारतें निर्माण करने के लिए पीछे धकेल रहे थे।

२. लेखक का घर किस शहर में था?

उत्तर- लेखक के बचपन में उनका घर ग्वालियर में था और बाद में लेखक अपनी पत्नी के साथ वर्सोवा में रहने लगे। 

३. जीवन कैसे घरों में सिमटने लगा है?

उत्तर - शहरों में मनुष्य का जीवन छोटे-छोटे डिब्बों जैसे घरों में सिमटने लगा है।

४. कबूतर परेशानी में इधर-उधर क्यों  फ़ड़फ़ड़ा रहे थे?

उत्तर- कबूतर परेशानी में फ़डफ़ड़ा रहे थे क्योंकि कबूतर के दोनों अंडे  टूट गए थे। एक अंडा बिल्ली ने उचककर गिरा दिया तो दूसरे अंडे को बिल्ली से बचाने के प्रयास में लेखक की माँ के हाथ से नीचे गिरकर टूट गया। अपने दोनों अंडे न दिखाई देने  की वजह से कबूतर परेशानी में इधर-उधर फ़डफ़ड़ा रहे थे।


लिखित

क. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (२५-३० शब्दों में) लिखिए।

१. अरब में लशकर को ‘नूह’ के नाम से क्यों याद करते हैं?

उत्तर- अरब में लशकर को नूह के नाम से याद करते हैं क्योंकि एक बार लशकर रास्ते से जाते समय उनका रास्ता एक घायल कुत्ता काटता है। लशकर उस कुत्ते को दुत्कारते हुए कहते हैं कि “दूर हो जा गंदे कुत्ते।’’ कुत्ता लशकर को जवाब देते हुए कहता है कि “ना तू अपनी मर्जी से इनसान बना है ना मैं अपनी पसंद कुत्ता, दोनों को बनाने वाला ऊपरवाला है।” एक पशु होने के बाद भी उसकी समझ को देखने के बाद लशकर प्रायश्चित करते हुए मुद्दत तक रोते हैं। उस वक्त से उनको ‘नूह’ नाम से याद करते हैं।

२. लेखक की माँ किस समय पेड़ों के पत्ते तोड़ने के लिए मना करती थीं और क्यों?

उत्तर - लेखक की माँ सूरज ढ़लने के बाद पेड़ों के पत्ते तोड़ने से मना करती थी क्योंकि सूरज ढ़लने के बाद पेड़ों से पत्ते तोड़ने पर पेड़ रोते हैं। लेखक की माँ किसी भी जीवधारी को पीड़ा देना या दु:ख देना पाप समझती थी। 

३. प्रकृति में आए असंतुलन का क्या परिणाम हुआ है?

उत्तर - प्रकृति में आए असंतुलन के कारण प्रकृति के घटनाक्रम में अनियमितता देखने मिलती है। बेवक्त की बरसातें, गर्मी में अधिक गर्मी, जलजले, सैलाब तथा तूफ़ान आदि के कारण पर्यावरण पर बुरा असर पड़ता जा रहा है। बदलते वातावरण के साथ नई-नई बीमारियाँ फ़ैलती जा रही हैं, जो मनुष्य जाति के विनाश का कारण बनती नज़र आ रही हैं।

४. लेखक की माँ ने पूरे दिन का रोज़ा क्यों रखा ?

उत्तर- कबूतर ने लेखक के घर में अपना घोंसला बनाया था। उसमें कबूतर के दो अंडे थे। उनमें से एक अंडा बिल्ली गिराकर तोड़ देती है। बिल्ली से दूसरा अंडा बचाने की कोशिश में लेखक की माँ के हाथों से गलती से नीचे गिरकर वह अंडा भी टूट जाता है। इस गुनाह को माफ़ कराने के लिए लेखक की माँ पूरा दिन रोज़ा (उपवास) रखती हैं और अपने अपराध को क्षमा करने की प्रार्थना करती है। 

 ५. लेखक ने ग्वालियर से बंबई तक किन बदलावों को महसूस किया? पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर- 

उत्तर- 






 

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